
मेरे एक संबंधी ने २०२१ में परामिलिट्री फ़ोर्स के एक कमांडेंट से मिलवाया था ।उन्हें पर्यावरण में काफ़ी रुचि थी और मोकमा घाट के पास उन्होंने एक मिनी फारेस्ट डेवलोप की थी।बरौनी जाने के क्रम में मैं उसे देखने गया था। बातचीत के क्रम में उन्होंने बताया था कि वो यहाँ कुछ और साल रुकना चाहेंगे ताकि अपने इस मिनी फारेस्ट को बढ़ते। और सँवरतेदेखें ।
मैंने उनकी कुंडल देखी और बताया था कि उनका ट्रांसफ़र १ नवंबर २०२२ तक हो जायेगा और वो ज़्यादा दिन नहीं रह पायेंगे. मुझे कोई दस दिन पूर्व ये जानकारी मिली कि उनका ट्रांसफ़र ऑर्डर ३१ अक्तूबर २०२२ को आ गया था
वृश्चिक लग्न की कुंडली थी और बुध की महा दशा में सूर्या की अंतर दशा सितम्बर२०२२ से जुलाई २०२३ तक था और उसने चंद्र की प्रत्यंतर ६ अक्तूबर से १ नवंबर २०२२ तक था।
बुध लगना कुंडली में अष्टमेश है सूर्या दशमेश हो कर तीसरे भाव। में था और चंद्र बदलाव के बारहवें घर में ।
दशमांश कुंडली में बुध छठे भाव का स्वामी है और सूर्या अष्टम में बैठा है जब कि चंद्र दसम भाव में अष्टमेश मंगल से दृष्ट था तो १ नवंबर तक उनका ट्रांसफ़र हो जाना था और हुआ भी लेकिन ये फीड बैक मुझे नहीं दी गयी थी। ये जानकारी मुझे अभी मिली फिर मैंने उनसे संपर्क किया और उन्होंने बताया। की १ नवंबर से एक दिन पहले ३१ को उनका ट्रांसफ़र ऑर्डर आ गया था हालाँकि वो उनके इच्छा के अनुकूल नहीं था । कुंडली नीचे है


