
आज सुबह १०.४० बजे न्यूज़ देखा की अरविंद केज़रीवालई जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी । मैंने तुरंत एक प्रश्न कुण्डली बनाई। कर्क लग्न की कुंडली है और चंद्रमा है तो दसम भाव में लेकिन कृष्ण पक्ष के चतुर्दशी की मतलब काफ़ी कमज़ोर। चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र का था यानी केतु की महासचिव चल रही थे और केतु तीसरे भाव में बैठा है जो इन्हें परिवार के चौथे घर से दूर ही रखने के मूड में था। अंतर्दशा शनि की थी जो अष्टमेश हो कर अष्टम में था जो सब से ख़राब घर होता है। गुरु की दृष्टि ना चौथे पे है ना दसम में तो कहीं से राहत दिख नहीं रही थी। मैंने अपने ज्योतिष मित्र पंकज मिश्रा को कुंडली ये लिख के व्हाट्सएप किया कि आज भी उन्हें जमानत नहीं मिलेगी।
टीवी पे देखा कि कोर्ट अंतरिम जमावट की सिंह रहा है जिसका सॉलिसिटर जनरल विरोध कर रहे थे। एक बार तो लगा कि मेरी भविष्यवाणी इस बार ग़लत होगी।
लेकिन अंततः अब ये न्यूज़ मिला कि आज उन्हें जमावट नहीं मिली ।
कुंडली नीचे दी गयी है


