दक्षिण भारत के मेरे एक मित्र ने अपने बटे की कुंडली भेज कर पूछा था कि क्या ये विदेश से एमबीए कर सकता है। कोविड का दूसरा दौर धीमा पर रहा था लेकिन भय का माहौल था और उनकी चिंता इस बात की भी थी कि उसका स्वास्थ्य कैसा रहेगा ।
कुंभ लग्न की कुंडली में राज्योगकरक शुक्र की महा दशा चल रही थी जो चतुर्थ एवं नवम का स्वामी हो कर सप्तम भाव में बैठा था । अन्य चीजों के अलावा सप्तम भाव विदेश प्रवास भी दर्शाता है।
अंतर दशा शनि की थी जो विदेश के बारहवें घर का स्वामी था और तीसरे भाव में विद्या के कारक ग्रह बृहस्पति के साथ बैठा था और उच्च दीक्षा के घर नवम भाव को देख रहा था ।
IN D-24 CHART SEEN FOR EDUCATION VENUS THE DASA LORD WAS IN 12TH HOUSE ITSELF.
मैंने उन्हें बताया कि वह विदेश जाएगा और कोर्स पूरा भी करेगा । ऐसा ही हुआ भी ।
कुंडली नीचे दी गयी है


