२०१५ में एक सेमिनार में मैं चेन्नई गया था । उस दौरान मेरे सर्विस के एक ऑफिसर ने मुझ से अपनी कुंडली देखने का आग्रह किया था।शाम में हम लोग बैठे और कुंडली बनाई ।उनका कोई विशेष प्रश्न नहीं था लेकिन मैंने उन्हें बताया कि अगले साल आप इंडिया में नहीं रहोगे कहीं विदेश में पोस्टिंग हो जाएगी
ऐसा ही हुआ था ।उनकी दो साल के लिए विदेश में पोस्टिंग हो गयी थी ।पोस्टिंग ऑर्डर के बाद उसने मुझे फ़ोन कर के बताया और सटीक भविष्यवाणी के लिए धन्यवाद दिया।
चुकि उसने करियर के बारे में जनरल प्रॉस्पेक्टस के बारे में पूछा था तो मैंने लगन कुंडली और D-10 चार्ट पे फोकस किया जो करियर के लिए देखा जाता है ।उस वक़्त महा दशा बृहस्पति की चल रही थी जो जन्म कुंडली का दशमेश हो कर दसम में ही बैठा था और D-१० चार्ट का लगनेश था और लग्न को देख रहा था।कुछ अच्छा होना था ।डे-१० में बृहस्पति राहु केतु axis में था जो foreign कनेक्शन दिखा रहा था । अब मैंने अंतर दशा देखी तो बुध की अंतर्राष्ट्रीय थी जो विदेश के बारहवें भाव में बैठ था.
प्रत्यंतर में चंद्र की थी जो डे-१० में लगना में राहु केतु एक्सिस में था । चंद्र दूर की यात्रा का ग्रह है ।
कुंडली नीचे दी गयी है


